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मध्यप्रदेश पुलिस स्वास्थ सुरक्षा कैशलेस योजना

म.प्र. मध्यप्रदेश पुलिस स्वास्थ सुरक्षा कैशलेस योजना के अन्तर्गत अनुबंधित चिकित्सालयों में उपचार कराये जाने संबंधी निर्देशः-

1. मध्यप्रदेश शासन गृह पुलिस विभाग द्वारा दिनांक 19.10.2013 से पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का प्रारंभ किया गया । मध्यप्रदेश पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत वर्तमान में 110 चिकित्सालयों से अनुबंध है । इसके अन्तर्गत मध्यप्रदेश के 94 चिकित्सालय एवं राज्य के बाहर महाराष्ट्र के 13 चिकित्सालय तथा गुजरात, छ.ग. एवं नई दिल्ली के 01-01 चिकित्सालय हैं जिनकी सूची संलग्न है । इस योजना के तहत पुलिस अधिकारी/कर्मचारी को स्वयं एवं अपने आश्रित सदस्यों की गंभीर बीमारी का उपचार कैशलेस कराये जाने की सुविधा प्राप्त होती है ।

2. उक्त योजना आई0पी0डी0 (भर्ती होकर कराये गये) उपचार पर लागू होगी ।

3. योजना के सदस्य एवं उस पर आश्रित परिवार के सदस्य योजना का लाभ पाने के लिये पात्र होगें । परिवार की परिभाषा म0प्र0 सिविल सेवा चिकित्सा परिचर्या नियम 1958 के अनुसार ही होगी ।

4. ऐसी किसी बीमारी जिसका समुचित उपचार/जांच की सुविधा शासकीय चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं है, से पीड़ित होने की स्थिति में पुलिस अधिकारी/कर्मचारी द्वारा निजी चिकित्सालय में भर्ती होकर उपचार कराने की अनुमति हेतु आवेदन पत्र समस्त चिकित्सा प्रपत्रों सहित कार्यालय में प्रस्तुत करेगा । तत्पपश्चात इकाई प्रमुख द्वारा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से 24 घण्टें के भीतर परामर्श प्राप्त कर रैफरल जारी किया जावेगा ।

5. गंभीर एवं आकस्मिक स्थिति में जीवन रक्षा एवं तत्काल उपचार हेतु अनुबंधित चिकित्सालयों में सीधे भर्ती होकर अकस्मिक प्रमाण पत्र( इमरजेंसी सर्टिफिकेट) के साथ PAR फार्म में एस्टीमेट संबंधित चिकित्सालय द्वारा फैक्स, ई-मेल अथवा अन्य साधन से संबंधित कार्यालय को भेजे जाते हैं ।

6. शासकीय कर्मचारियों के उपचार कराने हेतु विभिन्न बीमारियों एवं सर्जरी के लिये शासन से मान्यता प्राप्त राज्य के भीतर एवं बाहर स्थित चिकित्सालयों की सूची म0प्र0 शासन लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग की वेबसाईड www.health.mp.gov.in पर उपलब्ध है ।

7. अत्यन्त आकास्मिक परिस्थितियों में जहां जीवन रक्षा हेतु अविलंब उपचार प्रदान कराना आवश्यक हो, ऐसी स्थिति में पीड़ित व्यक्तियों को अनुबंधित निजी चिकित्सालयों में सीधे भर्ती कराकर उपचार कराया जा सकता है ।


Last Updated:18 Jan, 2022